तुझे चाहने की वजह जाने क्या है ?
सोचता हूँ कभी मेरी मंजिल क्या है ?
मेरा जीना तेरे साथ होने का कारण है,
या फिर तेरा साथ होना मेरे जीने का कारण है.
तू सामने नहीं फिर क्यों दिल खामोश है?
धड़कन है थमी और सांसें भी मदहोश हैं.
निगाहों की कशमकश हर वक़्त होती है.
तेरा साथ न होना भी इस दिल्लगी का कारण है.
मेरी ज़िन्दगी में तेरा आना संयोग तो नहीं.
साजिश ये खुदा की है, मेरा इस में दोष नहीं.
अब तेरे साथ के अलावा, कोई और मैं चाहूँ नहीं.
तेरा खाबों में आना भी मेरी दीवानगी का कारण है.
पहले भी बहुत बार ये दिल धड़का था.
सपनो में मेरे कोई चेहरा चमका था.
तेरे चेहरे की चमक के आगे सब फीका पड़ गया.
तेरी मीठी आवाज़ भी मेरी बेहोशी का कारण है.
ज़माने के रंगों में रंग देखे कई हमने.
साथ जीने साथ मरने के वादे किये हमने.
तेरा हाथ थामा, और कदम आगे बढ़ रहे हैं.
तेरा साथ होना ही मेरे जीने का कारण है.
Monday, May 10, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
wow...
ReplyDeleteमेरी ज़िन्दगी में तेरा आना संयोग तो नहीं.
साजिश ये खुदा की है, मेरा इस में दोष नहीं.
nice lines
ultimate..
ReplyDelete